गढ़वा को मिला नया युवा उपायुक्त: दिनेश कुमार यादव ने संभाली कमान, जनता को विकास की नई उम्मीदें
गढ़वा, झारखंड | Newsaaya.com
गढ़वा जिले में प्रशासनिक स्तर पर बड़ा बदलाव देखने को मिला है। भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के 2018 बैच के अधिकारी दिनेश कुमार यादव ने मंगलवार को जिले के 33वें उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी के रूप में अपना कार्यभार ग्रहण किया। इस नई नियुक्ति के साथ ही जिले की कमान अब एक ऊर्जावान और युवा अधिकारी के हाथों में आ गई है।
इससे पहले इस पद पर कार्यरत शेखर जमुआर का तबादला कर दिया गया है। उनके कार्यकाल में कई विकास परियोजनाएं शुरू हुईं, लेकिन अब जनता को उम्मीद है कि दिनेश कुमार यादव की कार्यशैली से विकास की गति और तेज होगी।
प्रभार ग्रहण का औपचारिक समारोह
मंगलवार को जिला समाहरणालय स्थित उपायुक्त कार्यालय में एक सादे लेकिन “सम्मानजनक” समारोह में निवर्तमान (पद से हट जानेवाला) उपायुक्त शेखर जमुआर ने अपने उत्तराधिकारी दिनेश कुमार यादव का स्वागत गुलदस्ता भेंट कर किया। इस दौरान प्रभार सौंपने से जुड़ी सभी कागजी औपचारिकताएं पूरी की गईं। https://www.youtube.com/watch?v=vhjM7YEQaGY&t=2s
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इसके तुरंत बाद दिनेश कुमार यादव ने जिले के नए उपायुक्त के रूप में औपचारिक रूप से पदभार ग्रहण किया। उन्होंने कार्यालय में मौजूद सभी पदाधिकारियों और कर्मचारियों से परिचय प्राप्त किया और जिले के विकास कार्यों की प्राथमिक समीक्षा भी की।
जनता से जुड़ाव और प्राथमिकताएं स्पष्ट
पदभार ग्रहण करने के बाद श्री दिनेश कुमार यादव जी ने मीडिया से बातचीत करते हुए अपनी प्राथमिकताएं स्पष्ट कीं। उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता जनकल्याणकारी योजनाओं को जमीनी स्तर तक पहुंचाना, प्रशासनिक पारदर्शिता बढ़ाना, और जन समस्याओं का त्वरित समाधान करना होगी।
उन्होंने झारखंड सरकार की प्रमुख योजनाओं जैसे मंईयां सम्मान योजना और अबुआ आवास योजना का उल्लेख करते हुए कहा कि इन योजनाओं को धरातल पर उतारना और मुख्यमंत्री की परिकल्पनाओं को साकार करना उनका उद्देश्य होगा।
गढ़वा को मिलेगा विकास का नया परिमाण
गढ़वा जिला अक्सर झारखंड के अन्य जिलों की तुलना में थोड़ा पिछड़ा हुआ माना जाता है, खासकर राज्य मुख्यालय से दूरी के कारण यह ‘आउटलाइन जिला’ की श्रेणी में आता है। लेकिन दिनेश कुमार यादव ने यह साफ कर दिया कि दूरी किसी भी विकास में बाधा नहीं बनेगी।
उन्होंने कहा कि वे जिले के सभी हिस्सों का भ्रमण करेंगे और स्थानीय समस्याओं को समझकर उस पर काम करेंगे। उनका मानना है कि “समग्र विकास” केवल नीतियों से नहीं, बल्कि जन-सहभागिता और अधिकारी-कर्मचारियों की सक्रियता से ही संभव हो सकेगा।
समय पालन और अधिकारियों की जवाबदेही पर फोकस
एक महत्वपूर्ण पहलू जिस पर उन्होंने विशेष जोर दिया, वह है सरकारी दफ्तरों का समय पर खुलना और अधिकारी की उपस्थिति। उन्होंने माना कि जनता की यह आम शिकायत होती है कि अधिकारी समय पर कार्यालय नहीं पहुंचते और कामकाज में लापरवाही बरती जाती है।
इस पर उन्होंने सख्त रवैया अपनाते हुए निर्देश जारी किया कि सभी कार्यालय समय पर खुलें और अधिकारी जनता की समस्याओं का मौके पर समाधान करें। इससे जनता और प्रशासन के बीच विश्वास बढ़ेगा और शासन का संचालन की भावना मजबूत होगी।
कानून-व्यवस्था को बनाए रखना भी प्राथमिकता
गढ़वा जिला भले ही शांतिप्रिय हो, लेकिन उपायुक्त ने साफ कहा कि कानून-व्यवस्था में कोई ढील नहीं दी जाएगी। उन्होंने पुलिस प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर ऐसी रणनीति अपनाने की बात कही जिससे कोई भी असामाजिक तत्व जिले की शांति भंग न कर सके।
पदभार समारोह में रहे ये अधिकारी मौजूद
पदभार ग्रहण के दौरान गढ़वा प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे। इनमें शामिल थे:
पुलिस अधीक्षक दीपक कुमार पांडेय
उप विकास आयुक्त पशुपतिनाथ मिश्रा
अपर समाहर्ता राज महेश्वरम
डीआरडीए निदेशक रविश राज सिंह
जिला गोपनीय शाखा प्रभारी पदाधिकारी संजय प्रसाद
जिला परिवहन पदाधिकारी धीरज प्रकाश
अन्य विभागीय अधिकारी एवं कर्मचारी
श्री दिनेश कुमार यादव श्री दिनेश कुमार यादव दिनेश कुमार यादव
श्री दिनेश कुमार यादव
इन सभी अधिकारियों ने नए उपायुक्त का स्वागत किया और भविष्य में बेहतर प्रशासनिक सहयोग का आश्वासन दिया।
जनता की नई उम्मीदें और नजरें नए डीसी (DC) पर
गढ़वा जिले की जनता में इस बदलाव को लेकर उत्साह है। लोग दिनेश कुमार यादव को एक कुशल, अनुशासित और दूरदर्शी प्रशासनिक अधिकारी के रूप में देख रहे हैं। जनता को उम्मीद है कि उनके नेतृत्व में जिले को एक नई दिशा मिलेगी।
प्रशासनिक हलकों में भी चर्चा है कि दिनेश कुमार यादव के कार्यशैली से गढ़वा में ई-गवर्नेंस, जनसुनवाई, और विकास योजनाओं का पारदर्शी क्रियान्वयन तेज होगा।
निष्कर्ष
गढ़वा को अब एक ऐसा उपायुक्त मिला है जो न केवल युवा और ऊर्जावान है, बल्कि प्रशासनिक अनुभव और जनता से जुड़ाव की भावना से भी भरपूर है।
दिनेश कुमार यादव के रूप में गढ़वा को एक नई उम्मीद मिली है। यदि उनकी सोच और कार्यशैली वैसी ही रही जैसी उन्होंने शुरू में जाहिर की है, तो गढ़वा निश्चित रूप से आने वाले समय में विकास और सुशासन का एक उदाहरण बन सकता है।
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